मेरठ। गुरुवार को चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ के नेताजी सुभाष चंद्र बोस प्रेक्षागृह में रामायण कॉन्क्लेव आयोजित की गई। जिसमे प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्यांगना सोनल मानसिंह ने अपनी प्रस्तुति दी और सभागार में आए सभी छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि सनातन धर्म को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाना चाहिए। और उन्होंने आज के समय में प्रधान मंत्री पद के लगी कतार पर तंज कसते हुए कहा कि जिस प्रकार आज के समय में देश के प्रधानमंत्री पद की कतार है उसी प्रकार सीता स्वयंवर में मूर्खों की कतार लगी थी। सीता स्वयंवर के समय में एक से एक बढ़ कर राजा धनुष तक नहीं हिला सके थे वही स्थिति अब है।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने इस साल की ऑस्कर विजेता की प्रसंशा करते हुए कहा कि दा एलीफेंट व्हिस्पर डॉक्यूमेंट्री को भगवान गणेश का प्रतीक है नाटो —नाटो गाने को नटराज का।
उन्होंने रामायण कॉन्क्लेव को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार की तारीफ की और कहा सरकार का यह कदम अच्छा। उन्होंने राज्य सरकार को लेकर कहा कि ये सरकार संस्कृति को समृद्ध बनाने का कार्य कर रही है और कहा कि अन्य राज्यों को भी इस तरह के प्रयास करने चाहिए ताकि समाज आरोग्य वर्धक बन सके।
उन्होंने कहा कि जीवन में मुश्किलों का सामना अध्यात्म से ही होगा अध्यात्म से शक्ति मिलती है। रामचरितमानस पर हुए विवाद को उन्होंने दुखद बताया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान के अध्यक्ष डॉ. वाचस्पति मिश्रा रहे और साथ अरविंद भाई ओझा, जिलाधिकारी दीपक मीना, सीडीओ शशांक चौधरी, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अंजू चौधरी शामिल रहे।
छात्र छात्राओं ने भी अपनी प्रदर्शनी प्रस्तुत की।