मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में तिलक पत्रकारिता एवं जनसंचार स्कूल और मेरठ चलचित्र सोसाइटी द्वारा अटल सभागार में फिल्म महोत्सव नवांकुर 2023 का आयोजन हुआ। जिसमें देशभर से 130 से ज्यादा फिल्में आई जिनमे से 45 फिल्मों की स्क्रीनिंग हुई और उनमें में से 10 फिल्मों को पुरस्कृत किया गया। समारोह के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि मेरठ के प्रथम नागरिक एवं महापौर हरिकांत अहलूवालिया जी उपस्थित रहे एवं विशिष्ट अतिथि, प्रो० हरिभाऊ खांडेकर एवं धीरेंद्र कुमार वर्मा जी रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो० संगीता शुक्ला ने की।
फिल्म महोत्सव के दूसरे दिन मुंबई से पधारी फिल्म समीक्षक श्रीमती संध्या सक्सेना एवं अभिनेत्री गरिमा अग्रवाल जी ने छात्रों के फिल्म जगत से जुड़े सभी प्रश्नों के उत्तर दिए एवं उनसे अपने अनुभव साझा किए।
फिल्म महोत्सव के दूसरे दिन रविवार को विशिष्ट अतिथि के तौर पर आए पदम सिंह ने फिल्म महोत्सव नवांकुर 2023 में संबोधन में कहा कि शब्द बोलने सुनने और जीने के लिए होते हैं। शब्दों को जीना कठिन कार्य है, जो शब्दों को जीना जान गया वो देश धरती के लिए मिसाल बन गया। काव्य में एक ऐसी शक्ति होती है कि व्यक्ति की भावना को झकझोंर देता हैं। नाटक कलाकार का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि नाटक का कलाकार अपनी कला के प्रदर्शन से तन और मन दोनों को एक कर देता है।
एक समय था जब फिल्मों में देश भक्ति की भावना देखने को मिलती थी देशभक्ति की फिल्म बनाई जाती थी। लेकिन एक समय पर प्रायोजित तरीके से हमे इससे दूर रखने का प्रयास किया गया। अश्लीलता बढ़ गई, फिल्मों द्वारा भारतीय संस्कृति और सनातन परंपरा का मटिया मैट करने का काम हो रहा है।
पुरस्कार लेने की भावना के लिए स्टोरी को पर्दे पर नही लाना बल्कि ये सोच कर आना चाहिए कि मैं जो कर रहा हु वो सही है समाज व देश संस्कृति के हित में है।
मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश फिल्म बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री तरुण राठी ने सभी छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि इतना शानदार प्लेट फार्म आप को मिला आप सभी विद्यार्थियों को इसका लाभ उठाना चाहिए। शॉर्ट फिल्म का क्षेत्र बहुत ही क्रिएटिव है, मेरठ जैसे छोटे शहर में इतना बड़ा सपना देखने के लिए मैं आपकी कदर और स्वागत करता हूं। वैसे तो मेरठ का इतिहास रहा है कि यहां भूमि से एक्टर, लेखक, निर्देशक जन्मे हैं जो मुंबई तक पहुंचे हैं।
माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी फिल्म सिटी बनने जा रही है जो आपके जोश और सपनो को नई उड़ान देगी। इस नवांकुर में आई फिल्मों में से अच्छी फिल्मों का चयन करके उन्हे ओटीटी प्लेटफार्म अमेजन, नेटफ्लिक्स आदि पर ले जाने का प्रयास भी किया जाएगा।
आज के समय में आपके पास इतने अच्छे अच्छे फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मध्यम है जिनका फायदा उठा कर आप बहुत आगे बढ़ सकते है, बहुत सारे युवा इन्ही के जरिए आज बॉलीवुड में पहुंच रहे और काम कर रहें है, आप अपनी क्रिएटिविटी बढ़ाए और दुनिया को दिखाए। आपकी कड़ी मेहनत आपके अंदर टेलेंट पैदा करती है, ओवर कॉन्फिडेंस नही होना चाहिए, किसी अन्य से उम्मीद न रखे जो करना है खुद करें, अपने आप पर भरोसा करें। जीवन में जब भी काम मिले जहां भी जाए वहा 100 रुपए के बदले 1000 रूपए का काम करें। ये सोच आपको हमेशा आगे बढ़ने में मदद करेगी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर आए पत्रकार श्री अनंत विजय ने अपने वक्तव्य में कहा कि मेरठ में नवांकुर फिल्म महोत्सव का होना बहुत ही क्रांतिकारी परिवर्तन है, मैं इसके लिए आयोजन कर्ताओं और प्रतिभागियों को बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूं।
आप अपने कंटेंट में दम रखें, एजेंड वाली फिल्म बनाने से बचे पिछले दिनों सभी एजेंडा धारी फिल्मे फ्लॉप हुई। यदि आपके कंटेंट का इंटेंट बुरा है तो दर्शक उसको रिजेक्ट कर देंगे, इंटेंट पर काम करे। देश में फिल्मी संस्कृति का निर्माण हुआ तो ये राष्ट्रनिर्माण में अवश्य काम आएंगी।नवांकुर के इस चौथे ही संस्करण में 131 से अधिक फिल्मों का आना बहुत ही आश्चर्य जनक बात है आप सब को इसके लिए बधाई।
नवांकुर 2023 के समापन सत्र में पुरस्कार वितरण समारोह हुआ। जिसमे विजेता फिल्मे इस प्रकार हैं।
जिनमे प्रथम श्रेणी 5 मिनट मेंप्रथम पुरस्कार– (चिज्जी) नितिन कुमार, सहारनपुर
द्वितीय पुरस्कार– (आई लव माई सिटी) पूजा शर्मा ,मेरठ
सांत्वना पुरस्कार
1. वृंदावन
2.महात्मा विधुर
3. थैंक यू बेटा
द्वितीय श्रेणी 15 मिनट में
प्रथम पुरस्कार – (अलार्म घड़ी) शुभम शर्मा
द्वितीय पुरस्कार– (द लास्ट कॉल) मेरठ
सांत्वना पुरस्कार
1. डेड: द अनकंवेंशनल लाइफ
2. फोमो
3. तुम हो बंधु सखा तुम्ही।
दो दिवसीय फिल्म महोत्सव में पत्रकारिता विभाग के निदेशक प्रो० प्रशांत कुमार जी ने सभी अतिथियों का स्वागत किया,अनेकों जगह से पधारे अतिथियों समेत विश्वविद्यालय से श्री अजय मित्तल,श्री अमरीश पाठक, लव कुमार सिंह जी,श्रीमती नेहा कक्कड़ एवं सभी शिक्षक एवं छात्र उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का संचालन श्रीमती बीनम यादव ने किया और अंत में सभी का धन्यवाद ज्ञापन प्रो. मनोज श्रीवास्तव ने किया।